उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और कांग्रेस के बीच प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए बसों को लेकर चल रही सियासत में अब राजस्थान सरकार की भी एंट्री हो गई है। राजस्थान सरकार की तरफ से योगी सरकार को एक लेटर भेजा गया है उसमें उन्होंने 36 लाख रुपये का बिल भेजा है।
राजस्थान राज्य परिवहन ने उत्तर प्रदेश परिवहन को एक लेटर लिखते हुए 36,36,664 रुपये के बिल का भुगतान आरटीजीएस करने को कहा है। राजस्थान सरकार ने ये बिल कोटा से उत्तर प्रदेश लाए गए बच्चों के लिए 70 बसें व्यवस्था करने का है। गौरतलब है कि पिछले महीने ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के कोटा में पढ़ रहे 10, 500 बच्चों को वापस अपने राज्य बसों के जरिए बुलाया था जो लॉकडाउन के दौरान फंस गए थे।
The Rajasthan State Road Transport Corporation has written to Uttar Pradesh State Road Transport Corporation demanding payment of over Rs 36 lakh for transporting students of Uttar Pradesh from Kota to Agra and Jhansi
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— ANI Digital (@ani_digital) May 21, 2020
राजस्थान राज्य परिवहन ने अपने लेटर में लिखा है कि, ‘अप्रैल 17 से 19 तक कोटा में पढ़ रहे छात्रों को यूपी के फतेहपुर सीकरी (आगरा) और झांसी तक पहुंचाने के लिए राजस्थान राज्य परिवहन द्वारा बसों की व्यवस्था कर परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। जिसका बचा हुआ पेमेंट 36,36,664 (छत्ती लाख छत्तीस हजार छ सौ चौसठ रुपये) इतना है। लेटर में राजस्थान राज्य परिवहन ने उत्तर प्रदेश परिवहन को बिल के भुगतान के लिए बैंक अकाउंट डिटेल भी दिए हैं। राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा भेजा गया यह लेटर 8 मई का है लेकिन मीडिया में अब सामने आया है।’
दरअसल, लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में उत्तर प्रदेश के करीब 11000 छात्र फसे हुए थे। इन बच्चों को वापस बुलाने के लिए योगी सरकार ने 560 बसें भेजी थी लेकिन छात्रों की संख्या ज्यादा होने की वजह से राजस्थान सरकार ने 70 बसों की व्यवस्था की थी। बसों का किराया राजस्थान सरकार ने योगी सरकार के द्वारा मांगा जा रहा है।