भारत के हैदराबाद की निवासी डॉ.आयशा सुल्ताना को उस वक्त दुबई पुलिस ने रोक लिया जब वह ड्यूटी से वापस आ रही थी। आयशा ने बताया कि उसने कर्फ्यू के पास भी दिखाएं लेकिन जांच करने के बजाए दुबई पुलिस ने उसे सेल्यूट किया। उस समय डॉ.आयशा सुल्ताना को एक ‘कभी न भूल पाने वाला एहसास’ हुआ।
डॉ.आयशा ने बताया कि वह दुबई के अल अहली स्क्रीनिंग सेंटर में अपनी शिफ्ट खत्म कर घर की तरफ वापस आ रही थी। जब दुबई पुलिस ने उन्हें रोका था। वह आगे कहती हैं “मैं उस समय थोड़ा घबरा गई और मैं अपना वर्क परमिट और अन्य डॉक्यूमेंट उन्हें दिखाने लगी लेकिन पुलिसकर्मियों ने मेरे डॉक्युमेंट्स की जांच करने से इनकार कर दिया और इसके बजाय उन्होंने मुझे सलामी दी और कहा कि मैं जा सकती हूं”।
डॉ.आयशा सुल्ताना ने ट्वीट कर बताया कि, “मैं कर्फ्यू के दौरान 1 बजे घर वापस आ रही थी, दुबई पुलिस द्वारा रोका गया। मैंने उन्हें बताया कि मैं ड्यूटी से लौट रही हूँ और मै एक डॉक्टर हूं, मेरे पास उन्हें पेश करने के लिए मेरे सभी कागजात थे। लेकिन कुछ भी जांचने से इनकार कर दिया और मुझे एक सलामी दी। एक UAE निवासी के रूप में, यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा दिन है।”
I'm driving back home at 1am during curfew hours, got stopped by @DubaiPoliceHQ
I told him I'm a doctor returning from duty, had all my papers to present them
But the refused to check anything & gave me a Salute
As a 🇦🇪 resident, this is the biggest day of my life THANKYOU 😭❤— Ayesha Sultana (@AyeshaSultana95) April 27, 2020
डॉ.आयशा सुल्ताना कहती है की UAE मेरा घर है और मैं UAE को महामारी से लड़ने में उनकी मदद करने के लिए अपना अहम् योगदान दूंगी। बतादे की UAE में स्वास्थ्य कर्मियों को बहुत ही सम्मान दिया जाता है। और स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना के खिलाफ हिफाजत की “फर्स्ट लाइन” के रूप में माना जाता है।