मंगल के खतरनाक मिशन पर अपना Perseverance रोवर उतारने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक नारंगी और सफेद रंग के बड़े पैराशूट का इस्तेमाल किया था। इस पैराशूट में एक सीक्रेट संदेश भी था, जिसकी जानकारी नासा की टीम के महज 6 लोगों की ही थी। मगर उस पैराशूट के सीक्रेट मैसेज को डिकोड कर लिया गया है। दरअसल, नासा ने मंगल ग्रह पर उतरते रोवर की उच्च गुणवत्ता वाली पहली वीडियो जारी की, जिसमें नारंगी और सफेद रंग का एक पैराशूट खुलते हुए और रोवर लाल ग्रह के धूल भरी सतह पर उतरते नजर आया।
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, 21 मीटर के पैराशूट को नारंगी और सफेद रंग पट्टियों से बनाया गया था। जिस पर एक संदेश लिखा था- “Dare Mighty Things”। यह आडिया सिस्टम इंजीनियर ने इयान क्लॉर्क का ही था, जिन्होंने इसके लिए नारंगी और सफेद रंग की पट्टियों को एक बाइनरी कोड में बदला। बता दें कि इयान क्लॉर्क ने ही इस मिशन के लिए जीपीएस कॉर्डिनेट्स को शामिल किया था।
दरअसल, क्लॉर्क को यह आइडिया दो साल पहले आया था। हालांकि, इस आडिया के बारे में जब उन्होंने अपनी टीम के लोगों को बताया तो उन्हें भी यह पसंद आया। इस सीक्रेट संदेश के बारे में पहले सिर्फ छह लोगों को ही पता था। मगर सोमवार को इसकी तस्वीर आने के बाद लोगों द्वारा इसे डिकोड कर लिया गया।
Postcards from a Red Planet: Here’s where to see the latest views from @NASAPersevere throughout the mission: https://t.co/0ZlZY87an2 as well the latest raw images straight from the rover: https://t.co/HiDNDyQEtp #CountdownToMars pic.twitter.com/9X7ok4BhhO
— NASA Mars (@NASAMars) February 22, 2021
क्लार्क ने कहा कि अंतरिक्ष प्रेमियों को इस खास संदेश को डिकोड करने में महज कुछ घंटे लगे। उन्होंने कहा कि अगली बार में थोड़ा और क्रिएटिव करूंगा। बता दें कि “Dare Mighty Things” अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट की मशहूर लाइन है और यह पंक्ति जेपील यानी जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी का मूल मंत्र है।
गौरतलब है कि नासा द्वारा जारी वीडियो में एक नारंगी और सफेद रंग का पैराशूट खुलते हुए और रोवर लाल ग्रह के धूल भरी सतह पर उतरते नजर आया था। एंट्री एंड डिसेंट कैमरा टीम के प्रमुख डेव ग्रूल ने कहा, ‘मैं जब भी इसे देखता हूं मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं।’ पर्सवियरन्स रोवर पुरातन सूक्ष्म जीवन के संकेतों की तलाश करेगा एवं एक दशक में धरती पर लाल ग्रह के चट्टान के प्रमाणिक नमूनों को लाने का भी प्रयास करेगा।
नासा का रोवर ‘पर्सवियरन्स शुक्रवार तड़के मंगल की सतह पर उतरा था। यह जेजोरो क्रेटर (महाखड्ड) में उतरा है। यह नासा द्वारा अब तक भेजा गया सबसे बड़ा और सर्वाधिक उन्नत रोवर है। रोवर के मंगल की सतह पर उतारने को लेकर गठित की गई टीम के प्रमुख एन चैन ने कहा, ‘यह वीडियो और तस्वीरें हमारे सपनों का हिस्सा हैं।’ इससे पहले, नासा ने मंगल ग्रह पर उतरते रोवर की पहली तस्वीर जारी की थी। नासा ने इस कार्य के लिए अंतरिक्ष यान में 25 कैमरे लगाए गए थे।
गौरतलब है कि नासा के अब तक के सबसे जोखिम भरे और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण इस अभियान का उद्देश्य यह पता लगाना है कि मंगल ग्रह पर क्या कभी जीवन था। अभियान के तहत ग्रह से चट्टानों के टुकड़े भी लाने का प्रयास किया जाएगा जो इस सवाल का जवाब खोजने में अहम साबित हो सकते हैं।
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