श्रीविजय एयरलाइंस के घरेलू विमान बोइंग 737-500 जो शनिवार को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। राहत और बचाव दल के सदस्यों को रविवार सुबह जावा के समुंद्र से मनुष्य के अवशेष, फटे कपड़े एवं धातु के कुछ टुकड़े बरामद हुए हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी है अधिकारी ने बताया कि इस विमान में 62 लोग सवार थे जिसमें से 50 यात्री थे।
वही परिवहन मंत्री बी के सुमादी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बोइंग के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जगह का अनुमान लगने के बाद अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया। वही चीजें बरामद होने के बाद राष्ट्रीय खोज एवं बचाव एजेंसी ने एक बयान जारी करके बताया कि उन्हें यह चीजें लांकांग और लाकी द्वीपों के बीच मिली है।
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार श्रीविजय एयरलाइंस का घरेलू विमान शनिवार को उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही एयर ट्रेफिक कंट्रोल से उसका संपर्क टूट गया था। परिवहन मंत्री बुदि करया सुमादी ने बताया कि उड़ान संख्या ‘SJ182’ स्थानीय समयानुसार 2:36 पर उड़ान भरी थी। जिसका लगभग 4 मिनट बाद ही एयर ट्रेफिक कंट्रोलर से संपर्क टूट गया था। उससे पहले पायलट ने एयर ट्रेफिक कंट्रोलर से 29000 फुट की ऊंचाई पर जाने के लिए संपर्क किया था।
वही श्रीविजय रिलायंस के तरफ से जारी बयान के अनुसार बोइंग 737-500 ने जकार्ता से पोंटियानक के लिए उड़ान भरी थी जो इंडोनेशिया के बोर्नियो द्वीप स्थित पश्चिम कालीमंतन प्रांत की राजधानी है। विमान में कुल 62 लोग सवार थे जिसमें चालक दल के 12 सदस्य भी शामिल है। सभी लोग इंडोनेशिया के नागरिक हैं।
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, “दुर्घटनाग्रस्त विमान के आपातकालीन संकेत के बाद इंडोनेशिया के खोज एवं बचाव दल को शरीर के अंगों, मलबे का पता चला है।”
Indonesia finds body parts, debris, detects emergency signal of crashed jet https://t.co/JymtVdsAnQ pic.twitter.com/eybQcFxd6E
— Reuters (@Reuters) January 10, 2021
वही इस खोज एवं बचाव अभियान में जुटे पोत के कमांडर ने बताया कि समुंद्र में मछुआरों को तार एवं धातु के टुकड़े बरामद हुए हैं। कमांडर ने बताया कि उन्हें मछुआरों ने कहा कि उन्हें समुद्र में तेज आवाज के साथ तूफान जैसी लहरें उठती दिखाई दी थी। मछुआरों ने कहा कि तेज बारिश होने की वजह से उन्हें आसपास कुछ साफ दिखाई नहीं दे रहा था बाद में हमें अपनी नौका के पास विमान का मलबा और विमान का ईंधन देखने को मिला।
अजी का कहना है कि 26 साल पुराने इस विमान से कोई रेडियो सिग्नल प्राप्त नहीं हो पाए थे। उनकी एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि विमान के इमरजेंसी ट्रांसमिशन से कोई सिग्नल रिसीव क्यों नहीं हो पाए थे। जिससे यह साबित किया जा सके कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है या नहीं।