पीएम मोदी कोरोना से जारी जंग के लिए सभी को अपने साथ जोड़ने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से 8 अप्रैल को बात करने वाले हैं। इन पार्टियों में वह पार्टी शामिल होंगी जिनके कम से कम पांच सांसद हैं। लेकिन खबर आई है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रतिनिधि को इसमें नहीं बुलाया गया है।
जिसको लेकर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतितक्रिया दी और उन्होंने कहा, उनकी पार्टी को इस मीटिंग में ना बुलाना, हैदराबाद और औरंगाबाद के लोगों का अपमान है। AIMIM दो लोकसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसे में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली मीटिंग का न्योता ना मिलना अपमानजनक है।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने एक ट्वीट को प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए सवाल दागे हैं। उन्होंने ने लिखा, यह औरंगाबाद और हैदराबाद के लोगों की तौहीन है। क्या वे कमतर इंसान हैं क्योंकि उन्होंने एआईएमआईएम को चुना? कृपया इसके बारे में स्पष्ट करें कि वे आपके ध्यानाकर्षण के काबिल क्यों नहीं हैं? सांसद के तौर पर हमारा काम है कि हम आपके सामने हमारे लोगों की आर्थिक और मानवीय समस्याओं को रखें।
एक दूसरे ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, हैदराबाद और औरंगाबाद के लोगों ने मुझे और इम्तियाज जलील को चुना कि हम उनके मुद्दों को उठाएंगे। अब हमें इसी काम से रोका जा रहा है। हैदराबाद में कोरोना के कुल 93 ऐक्टिव केस हैं, मैं इस बारे में अपने विचार रखना चाहता हूं कि हम इस महामारी से कैसे लड़ सकते हैं और किन क्षेत्रों में हम कमजोर पड़ रहे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जिन पार्टियों के दोनों सदनों को मिलाकर कम से कम पांच सांसद हैं, उनके नेताओं से पीएम मोदी बुधवार को 11 बजे बातचीत करेंगे।