लॉकडाउन के दौरान पुलिस को ‘कोरोना हीरो’ क्यों कहा जा रहा है, इसका उदहारण लखनऊ की सब इंस्पेक्टर निदा अर्शी ने पेश किया है। महिला सब इंस्पेक्टर अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने बच्ची की भी देखभाल कर रही है। इससे पहले राजस्थान पुलिस खिंवाड़ा थाना में कार्यरत कांस्टेबल धोली चौधरी भी डयूटी के दौरान अपने बच्ची की भी देखभाल करती नज़र आयी थी।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अपने बच्चे को ड्यूटी पर ले जाने पर सब इंस्पेक्टर निदा अर्शी ने बताया की, “आज मैं उसे अपनी दादी के रूप में लायी हूँ, जो आमतौर पर उसके अस्वस्थ होने के बाद देखती है। महामारी के इस समय में, पुलिस कर्मियों के रूप में अपना कर्तव्य निभाना आवश्यक है। मैं ‘रोजा’ भी रख रही हूं”
Lucknow:Sub Inspector Nida Arshi has brought her toddler to duty amid #CoronavirusLockdown,says"Today I brought her as her grandmom who usually looks after her is unwell. At this time of pandemic,it's essential to carry out our duty as police personnel.I'm also observing 'roza'" pic.twitter.com/N2LV0CqYwp
— ANI UP (@ANINewsUP) April 28, 2020
इससे पहले राजस्थान पुलिस खिंवाड़ा थाना में कार्यरत कांस्टेबल धोली चौधरी भी डयूटी के दौरान अपने बच्ची की भी देखभाल करती नज़र आयी थी। राजस्थान की कड़ी धूप में रोज़ ड्यूटी और मां का फ़र्ज़ निभा रही कांस्टेबल धोली चौधरी को हमारा सलाम है। खिंवाड़ा थाना बाड़मेर ज़िले में है और धोली इस थाने में पिछले 3 साल से कार्यरत हैं।
बाड़मेर जिले के छोटु गांव की धोली चौधरी पाली के खिंवाड़ा थाने में पिछले तीन सालों से सेवारत हैं, कोरोना महामारी में कोरोना वॉरियर्स के रूप में धोली का जिक्र करना इसलिए जरूरी हो गया क्योंकि वो 8 माह के अपने बेटे जयदित्य के साथ कड़ी धूप में कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करती दिखाई दे रही हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच अपने 8 साल के बच्चे को लेकर चलना आसान नहीं है. लेकिन, ये कहा जा सकता है कि वो अपने बेटे को अकेले नहीं छोड़ सकती. यकीनन, एक मां की ज़िम्मेदारी भी मायने रखती है। पुलिस कांस्टेबल धोली चौधरी के जज़्बे और हौसले को सलाम है।