विदेश: 2016 में तख़्तापलट की कोशिश करने वाले नाकाम षडयंत्रकर्ताओं से संपर्क में आये अमेरिका के एंड्र्यू ब्रुसन नाम के पादरी की रिहाई की मांग करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने नाटो सहयोगी तुर्की पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिये। आपको बतादे कि डोनाल्ड ट्रंप जिस पादरी कि रिहाई की मांग कर रहे है वो दो साल से तुर्की की हिरासत में हैं।
राष्ट्रपति अर्दोगान ने इस मामले में शनिवार को एक रैली में कहा, “एक पादरी की वजह से तुर्की को धमकी देकर झुकाने की कोशिश करना ग़लत है। शर्म करो, शर्म करो, आप अपने नाटो सहयोगी को एक पादरी के लिए धमका रहे हैं। उन्होंने कहा, ”आप इस देश को धमकियों के लहजे से कभी नहीं झुका सकते। हमने न कभी इंसाफ़ से समझौता किया है और न कभी करेंगे। ट्रंप ने शुक्रवार को ट्विट करके बताया कि तुर्की से स्टील एवं एल्युमिनियम के आयात पर शुल्क दोगुना करने की अनुमति दे दी है। हमारे बेहद मजबूत डॉलर के मुकाबले उनकी मुद्रा लीरा तेजी से नीचे गिर रही है। अभी तुर्की के साथ हमारे संबंध ठीक नहीं हैं।
I have just authorized a doubling of Tariffs on Steel and Aluminum with respect to Turkey as their currency, the Turkish Lira, slides rapidly downward against our very strong Dollar! Aluminum will now be 20% and Steel 50%. Our relations with Turkey are not good at this time!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 10, 2018
वही दूसरी तरफ ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने तुर्की और अमेरिका के बीच बढ़ते विवाद में हिस्सा लेते हुए आज वाशिंगटन पर आरोप लगाया कि उसे ‘‘रोक लगाने और रौब दिखाने की लत’’ लग गयी है। उन्होंने कहा, अमेरिका से रोक और धमकाने की लत से निजाद पाना चाहिये नहीं तो पूरी दुनिया निंदा से आगे बढ़कर उसे मजबूर करने के लिये एकजुट हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले भी पडोसी देशो के साथ खड़े हुए हैं और आज भी खड़े है।