जम्मू-कश्मीर: जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल एसपी मलिक ने गुरुवार 25 अक्टूबर को पत्रकारों से बातचीत में कहा की “मेरी अभी तक किसी से बातचीत नहीं हुई है। मैंने हाल ही में विभिन्न पार्टियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। जहां तक हुर्रियत का सवाल है, वे बिना पाक से पूछे शौचालय भी नहीं जाते हैं, इसलिए जब तक वे पाक को अलग नहीं रखते हैं, तब तक उनके साथ कोई बातचीत नहीं की जाएगी”
I haven't held talks with any stakeholders. I recently met representatives from various parties. As far as Hurriyat is concerned, they don't even go to the toilet without asking Pak, so till the time they don't keep Pak separate, no talks will be held with them: J&K Guv SP Malik pic.twitter.com/PmJGc9zU57
— ANI (@ANI) October 25, 2018
राज्यपाल ने कहा की कश्मीर के इस समय जो हालात है इसके पाकिस्तान असल जिम्मेदार है। सोशल मीडिया के जरिये कश्मीरियों के बीच जहर बोया जा रहा है। पाकिस्तानी फौज नहीं चाहती है कि किसी भी तरह कश्मीर का मुद्दा हल हो। पाकिस्तान कश्मीरियों को अमन-चैन के साथ रहते नहीं देख सकता। पाकिस्तान कश्मीर के माध्यम से भारत की सरकार से बांग्लादेश की हार का बदला लेना चाहता है।
आपको बतादे की जून 2018 में पीडीपी-बीजेपी की सरकार गिरने के बाद से जम्मू-कश्मीर में इस समय राज्यपाल शासन लगा हुआ है। वहीं राज्यपाल जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव कराने की फ़िराक़ में है। उन्होंने कहा है कि जून महीने में BJP-PDP की सरकार गिर जाने के बाद से मुझे नहीं लगता है कि मौजूदा हालात में राज्य में लोकप्रिय सरकार बन सकती है। मलिक ने आगे कहा की मैं तो किसी धांधली का हिस्सा नहीं बनूंगा। प्रधानमंत्री या दूसरे किसी नेता से मुझे इस बारे में कोई इशारा नहीं मिला है।
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा का कार्यकाल दिसंबर 2020 में ख़त्म होगा। ऐसे में राज्यपाल मलिक से सवाल किया गया की क्या राज्य में जल्द चुनाव हो सकते हैं इस पर उन्होंने कहा की मेरा इरादा है कि जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव हों। हालांकि, उन्होंने कहा की यह फैसला केंद्र और चुनाव आयोग ही कर सकता है। उनका कार्य राज्यपाल और प्रशासक देखना है।